आम आदमी पार्टी की इस क्रांति के रास्ते में बीच बीच में कई ऐसे लोग मिले जो पार्टी में हमेशा असंतुष्ट रहते हुए सिर्फ पार्टी में स्वराज-स्वराज की रट लगाने लगते और फिर दाल गलती ना देख के पतली गली से खिसक जाते थे . ऐसे महानुभावों को अरविन्द जी का ये विडियो दिखाया जाना चाहिए. हमारे लिए भी स्वराज की अवधारणा को अच्छे से समझने के लिए ये विडियो सहायक होगा .
जय हिन्द
- सदैव "आप" का संदीप तिवारी ,
रायपुर
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