Tuesday, July 22, 2014

Aam Aadmi Party Raipur

क्या है मिशन विस्तार मिशन विस्तार अभियान जून 2014 में आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ओर से शुरू किया गया था. इसके मुख्य उद्देश्य निम्नानुसार हैं: (१) देश के ऐसे करोडो लोगों को जोड़ना जो आम आदमी पार्टी की विचारधारा से सहमत है और राष्ट्र निर्माण में एक सार्थक भूमिका निभाना चाहते हैं. (२) ऐसे सभी साथियों को एकीकृत कर पार्टी के भीतर जिम्मेदारियों को लेने के लिए अवसर उपलब्ध कराना। (३) स्वयंसेवकों के बीच और पार्टी संगठन के विभिन्न स्तरों के बीच एक सार्थक और प्रभावी दो तरफ़ा संचार (टू वे कम्युनिकेशन) प्रणाली विकसित करना। (४) आम आदमी पार्टी में शामिल हुए साथी जो देश के परिवर्तन में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाना रहे हैं, उनके बीच में राजनीतिक शिक्षा और नेतृत्व के निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना. (५) लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से विभिन्न स्तरों पर संगठनात्मक इकाइयों को पुनर्गठित करना जो की नीचे से ऊपर की ओर चुन कर आएं. कैसे पार्टी के विस्तार और पुनर्गठन के लिए मिशन विस्तार विभिन्न चरणों में होगा. राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा मिशन विस्तार समिति का गठन राष्ट्रीय मिशन विस्तार समिति में निम्न सदस्य हैं: पृथ्वी रेड्डी (संयोजक) प्रोफ. आनंद कुमार अंजलि दमानिया आतिशी मार्लेना आशुतोष कृष्णा कांत सेवदा पंकज गुप्ता परवीन अमानुल्लाह संजय सिंह वी . पुरुषोत्तम अजीत झा (विशेष आमंत्रित) शालिनी गुप्ता (विशेष आमंत्रित - आर्गेनाइजेशन डेवलपमेंट एडवाइजर) पर्यवेक्षकों की नियुक्ति प्रत्येक राज्य में पार्टी के विस्तार की प्रक्रिया एवं पुनर्गठन की निगरानी के लिए तटस्थ पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया जाएगा पर्यवेक्षकों के दौरे एवं स्वयंसेवको से व्यापक चर्चा एवं जानकारी लेना पर्यवेक्षक पूरे राज्य में स्वयंसेवकों, उम्मीदवारों, राज्य समितियों, अभियान समितियों और जिला समितियों के सदस्यों के साथ बैठक करेंगे। इन विमर्श में लोकसभा 2014 के चुनाव में विभिन्न राज्य इकाइयों के प्रदर्शन पर भी जानकारी एकत्र की जायेगी. बैठक के दौरान, राज्य की जिम्मेदारी कौन लोग ले सकते हैं एवं राज्य का रोडमैप कैसा हो, इन बिन्दुओ पर भी चर्चा की जायेगी एवं लोगों से सुझाव लिया जाएगा। इन विचार विमर्श के आधार पर, पर्यवेक्षक मिशन विस्तार समिति को एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. अंतरिम राज्य मिशन विस्तार समिति का गठन राजकीय यात्रा और पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट से सूचनाओं के आधार पर, एक अंतरिम राज्य मिशन विस्तार समिति की नियुक्ति की जाएगी. इसके अलावा, एक शिकायत प्रकोष्ठ, एक अनुशासन समिति और Obudsman भी नियुक्त किया जाएगा. राज्य मिशन विस्तार समिति, को पार्टी संगठन और पार्टी के समयबद्ध पुनर्गठन का मैंडेट होगा. इसके लिए उनके लक्ष्यों का निर्धारण किया जाएगा एवं जवाबदेही तय की जायेगी। यह राज्य में होने वाली किसी भी आवश्यक राजनीतिक गतिविधियों / अभियानों के लिए जिम्मेदार होगी। अंतरिम जिला मिशन विस्तार समितियों का गठन अंतरिम जिला मिशन विस्तार समितियां जिले के स्वयंसेवकों के साथ परामर्श से राज्य मिशन विस्तार समिति द्वारा नियुक्त की जाएंगी. राज्य प्रेक्षक इस प्रक्रिया की निगरानी करेंगे. जिला मिशन विस्तार समिति, को पार्टी संगठन के विस्तार के लिए मैंडेट होगा, इसके लिए उनके लक्ष्यों का निर्धारण किया जाएगा एवं जवाबदेही तय की जायेगी। यह जिले में होने वाली किसी भी आवश्यक राजनीतिक गतिविधियों / अभियानों के लिए जिम्मेदार होगी। अंतरिम समितियों और स्वयंसेवकों के लिए लक्ष्य अंतरिम मिशन विस्तार टीमों के गठन के बाद, सभी स्वयंसेवक बूथ स्तर पर पार्टी के विस्तार में शामिल होंगे. प्रत्येक स्वयंसेवक अपने मतदान केन्द्र पर कम से कम 2 और अधिक से अधिक समर्पित स्वयंसेवकों को जोड़ेगा। यदि एक ही मतदान केंद्र पर एक से अधिक स्वयंसेवक हैं तो या तो वे कार्य विभाजन कर सकते हैं या नजदीक के दूसरे मतदान केन्द्रों में कार्य प्रारम्भ कर सकते हैं. सभी स्वयंसेवकों की गतिविधियों पर लगातार ध्यान दिया जाएगा एवं निरंतर आधार पर सत्यापित किया जाएगा. अंतरिम समितियों के प्रदर्शन पर राज्य पर्यवेक्षकों द्वारा नजर रखी जायेगी एवं यदि आवश्यक हो तो टीम की संरचना में संशोधन भी किये जा सकते हैं. “न्यूनतम मतदान केंद्र ताकत” हासिल हो जाने के बाद, स्वयंसेवकों अन्य मतदान केंद्रों में पार्टी को मजबूत करने के लिए काम कर सकते हैं या उस ही केंद्र में पार्टी की मजबूती के लिए काम कर सकते हैं. मतदान केंद्र पर पार्टी को और मजबूत करने के लिए, स्वयंसेवक विभिन्न कार्य करें, जैसे पीडीएस, आरटीआई, आरटीई, डोर टू डोर के माध्यम से वोटर लिस्ट की जांच, आरटीआई के माध्यम से जानकारी एकत्र करना, कि उस क्षेत्र में कितना फण्ड आया एवं कहाँ खर्च हुआ एवं उस जानकारी को वहां के रहवासयों तक पहुँचाना। स्वयंसेवकों को अंतरिम राज्य / जिला मिशन विस्तार समितियों द्वारा उठाए गए किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर अधिक से अधिक लोगों को जोड़ना चाहिए। गाँव से राष्ट्र तक लोकतांत्रिक तरीके से चुन कर पार्टी संगठन खड़ा करना मिशन विस्तार का मुख्य उद्देश्य आप के पार्टी संविधान के अनुसार पूरी तरह से पारदर्शिता और आतंरिक लोकतंत्र के साथ संगठन का विस्तार करना एवं संगठन को मजबूत बनाना है. इस उद्देश्य के लिए सभी स्तरों पर लोकतान्त्रिक तरीके से पार्टी कमेटियों एवं शासी निकायों का गठन किया जाना है। चुनाव वार्ड एवं पंचायत से होते हुए राष्ट्रीय कार्यसमिति एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी तक किये जाएंगे। पार्टी के सभी सक्रिय सदस्यों (संविधान में परिभाषित रूप में) को एक पूरी तरह से लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित पार्टी संगठन को प्राप्त करने के लिए, मतदाताओं और / या उम्मीदवार के रूप में इस चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर होगा. यह चुनाव संबंधित स्थानीय अंतरिम समितियों द्वारा की सहायता से तटस्थ राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा। यह चुनाव एक वर्ष के भीतर पूरा होने की संभावना है. "न्यूनतम सदस्यता लक्ष्य" और प्रत्येक स्तर पर "समिति का आकार", और हर स्तर पर न्यूनतम "तैयार पार्टी इकाइयों" का अनुपात अगले स्तर पर चुनाव कराने के लिए आवश्यक है. यह और अन्य प्रासंगिक मापदंड पार्टी संविधान के अनुसार बनाये जाएंगे. मिशन विस्तार के काम के साथ ही संविधान के अनुसार स्वयंसेवकों एवं समिति सदस्यों के लिए आचार संहिता, एक सुलभ शिकायत एवं निवारण तंत्र, एक आंतरिक लोकपाल भी समानांतर में स्थापित किया जाएगा. ऊपर वर्णित रूप में जब चुनाव हो जाएंगे तब मिशन विस्तार के माध्यम से विभिन्न स्तरों पर गठित सभी समितियां भंग हो जाएंगी। आगे की राह ... यहां से आगे का रास्ते के लिए हमारे सभी स्वयंसेवकों की भागीदारी और सहभागिता की आवश्यकता है. हम सभी को एक साथ आकर पार्टी के संगठन को पूरे देश में खड़ा करना है जिससे इस देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जा सके. संपर्क करें: किसी भी प्रश्न या सुझाव के लिए, आप मिशन विस्तार टीम से संपर्क कर सकते हैं 1 ईमेल के द्वारा:. contact-mv@aamaadmiparty.org 2 फोन द्वारा:. 91-8588833599

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